इन पत्तों से करें गणेशजी की पूजा, सफल होंगे हर अधूरे काम...
Updated : 2018-11-16 13:58:29

हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार, किसी भी शुभ काम के करने से पहले गणेश पूजन आवश्यक हैं। इससे प्रसन्न होकर गणेश जी सारे काम निर्विध्न कर देते हैं। हिन्दू संस्कृति और पूजा में भगवान श्रीगणेश जी को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है।
प्रत्येक शुभ कार्य में सबसे पहले भगवान गणेश की ही पूजा की जाती अनिवार्य बताई गयी है। देवता भी अपने कार्यों की बिना किसी विघ्न से पूरा करने के लिए गणेश जी की अर्चना सबसे पहले करते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि श्री गणेश जी की पूजा में दूर्वा का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है और साथ ही यह मान्यता है कि गणपति को दूर्वा चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। ऐसे में दूर्वा को पूजन परंपरा से जोडक़र उन्होंने दुर्लभ वनस्पतियों को बचाने का संदेश दिया है क्योंकि इससे हम धरती की रक्षा कर अपने लिए एक स्वच्छ वातावरण का निर्माण कर सकेंगे।
ऐसे में कहा जाता है गणपति की साधना-अराधना के लिए बताए गए 108 नाम के बारे में जिनके जप करने से भीतरी आध्यात्मिक शक्ति का विकास होता है। यह भी माना जाता है कि श्री गणेश जी के 21 नाम वालें मंत्रों और 21 पेड़ों के पत्तों को अर्पित करने पर उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है।
मान्यता है कि पूजन की इस परंपरा के पीछे जीवनदायक प्राण वायु प्रदान करने वाले वृक्षों को न काटने का गूढ़ रहस्य छिपाया गया है। वहीं इस बात को कहने का तात्पर्य गणपति की साधना-अराधना से जुड़े इन वृक्षों संरक्षण किया जाना चाहिए। श्री गणेश नाम वृक्षों के नाम आइए जानते हैं।
गणेशजी का इन मंत्रों का करें जाप...
ओम सुमुखाय नम: शमी पत्र।
ओम गणाधीशाय नम: भृंगराज पत्र।
ओम उमापुत्राय नम: बेल पत्र।
ओम गजामुखाय नम: दूर्वापत्र।
ओम लम्बोदराय नम: बेर का पत्र।
ओम हर पुत्राय नम: धतूरे का पत्र।
ओम शूर्पकर्णाय नम: तुलसी के पत्र।
ओम वक्रतुण्डाय नम: सेम का पत्र।
ओम गुहाग्रजाय नम: अपामार्ग पत्र।
ओम एकदंताय नम: भटकटैया पत्र।
ओम हेरम्बाय नम: सिंदूर पत्र।
ओम चतुर्होंत्रे नम: तेज पत्र।
ओम सर्वेश्वराय नम: अगस्त पत्र।
ओम विकटाय नम: कनेर पत्र।
ओम हेमतुण्डाय नम: केला पत्र।
ओम विनायकायनम: आक पत्र।
ओम कपिलाय नम: अर्जन पत्र।
ओम वटवे नम: देवरारू पत्र।
ओम भालचंद्रय नम: महुए के पत्र।
ओम सुराग्रजाय नम: गांधारी पत्र।
ओम सिद्धि विनायक नम: केतकी पत्र।
परिवार और व्यक्ति के दुःख दूर करते हैं यह सरल उपाय...
बुधवार के दिन घर में सफेद रंग के गणपति की स्थापना करने से समस्त प्रकार की तंत्र शक्ति का नाश होता है।
धन प्राप्ति के लिए बुधवार के दिन श्री गणेश को घी और गुड़ का भोग लगाएं। थोड़ी देर बाद घी व गुड़ गाय को खिला दें। ये उपाय करने से धन संबंधी समस्या का निदान हो जाता है।
परिवार में कलह कलेश हो तो बुधवार के दिन दूर्वा के गणेश जी की प्रतिकात्मक मूर्ति बनवाएं। इसे अपने घर के देवालय में स्थापित करें और प्रतिदिन इसकी विधि-विधान से पूजा करें।
घर के मुख्य दरवाजे पर गणेशजी की प्रतिमा लगाने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। कोई भी नकारात्मक शक्ति घर में प्रवेश नहीं कर पाती है।













































































